गोपालभट्ट गोस्वामी वाक्य
उच्चारण: [ gaopaalebhett gaosevaami ]
उदाहरण वाक्य
- जीव गोस्वामी ने उन्हें गोपालभट्ट गोस्वामी से दीक्षित करवाकर धन्य किया।
- रूप-सनातन के वृन्दावन आने के कई वर्ष बाद गोपालभट्ट गोस्वामी वृन्दावन आये।
- वृद्धवैष्णवों से जीव गोस्वामी का अभिप्राय श्रीमन्मध्वाचार्य ; श्रीधर स्वामी आदि प्राचीन वैष्णवाचार्यों से है और दाक्षिणात्य भट्ट बन्धु से उनका अभिप्राय श्रीपाद गोपालभट्ट गोस्वामी से है, जैसा कि बलदेव विद्याभूषण ने तत्व-सन्दर्भ की टीका में कहा है।
- श्री चैतन्य महाप्रभु के पश्चात उन्हीं की विशेष आज्ञा से श्री लोकनाथ और श्री भूगर्भ गोस्वामी, श्री सनातन गोस्वामी, श्री रूप गोस्वामी, श्री गोपालभट्ट गोस्वामी, श्री रघुनाथ भट्ट गोस्वामी, श्री रघुनाथदास गोस्वामी, श्री जीव गोस्वामी आदि गौड़ीय वैष्णवाचार्यों ने विभिन्न शास्त्रों की सहायता से, अपने अथक परिश्रम द्वारा ब्रज की लीला-स्थलियों को प्रकाशित किया है।
- जीव गोस्वामी द्वारा मंगलाचरण में गोपालभट्ट गोस्वामी का नाम न लिखे जाने और केवल रूप सनातन के बन्धु दाक्षिणात्य भट्ट लिखकर उनका संकेत किये जाने का कारण यह हो सकता है कि उन्होंने दैन्यवश अपना नाम लिखने के लिए जीव गोस्वामी को उसी प्रकार निषेध कर दिया हो, जिस प्रकार उन्होंने चैतन्य-चरितामृत के लेखक को अपने सम्बन्ध में कुछ भी लिखने का निषेध किया था।